CM Yogi Adityanath at Kumbh closing ceremony
कुम्भ समापन समारोह
लगभग दो महीने के बाद आज दिव्य और भव्य कुम्भ का समापन हो गया। समापन समारोह में माननीय मुख्य मंत्री श्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे। उन्होंने अपने भाषण में कुम्भ आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री राम नाइक जी का आभार व्यक्त किया कुम्भ को पूर्णतः दिव्य और भव्य बनाने के लिए।
उन्होंने सभी के साथ साथ समस्त साधु संतो और प्रयागवासियों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने अखाड़ा परिषद् का भी आभार व्यक्त किया और बताया की अखाडा परिषद् का आग्रह था की कुम्भ का प्रारम्भ माँ गंगा की पूजा से हो। उन्ही के आग्रह पर प्रधानमंत्री के कर कमलो द्वारा माँ गंगा के पूजन से कुम्भ मेला शुरू हुआ।
प्रदेश सरकार और भारत सरकार का भी आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने ये भी बताया की लगभग 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगा कर इस कुम्भ को अद्वितीय बनाया और एक कीर्तिमान स्थापित किया।
यह पहली बार था की 6000 से अधिक संस्थायें कुम्भ में सहभागी बनी। 450 वर्ष बाद अक्षयवट श्रद्धालुओं के लिए खुला।
योगी आदित्यनाथ जी ने स्वच्छाग्रहियों को भी धन्यवाद् जिन्होंने इस कुम्भ को साफ और स्वच्छ बनाये रखने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई।
1954 के कुम्भ में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ सरकारी आकड़ों के अनुसार 800 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने जान गंवाई थी। इसी तरह 2013 के महाकुम्भ में भी भगदड़ में 3 दर्जन लोगों के प्राण चले गए थे और बहुत श्रद्धालु घायल भी हुए थे।
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